Bab दुनिया की ख़िल्क़त (तौरैत : ख़िल्क़त 1:1-31, 2:1-3) आदमी, अदन, और औरत (तौरैत : ख़िल्क़त 2:4-25) शैतान की चालबाज़ी (तौरैत : ख़िल्क़त 3:1-13) नाफ़रमानी: अल्लाह ताअला का जवाब: माफ़ी (तौरैत : ख़िल्क़त 3:14-24) हाबील और क़ाबील (तौरैत : ख़िल्क़त 4:1-16) नूह(अ.स) और उनकी कश्ती (तौरैत : ख़िल्क़त 6:5-22) बाढ़ का अज़ाब (तौरैत : ख़िल्क़त 7:1-24) एक नई शुरुआत (तौरैत : ख़िल्क़त 8:1-22) अल्लाह ताअला का नूह(अ.स) से वादा (तौरैत : ख़िल्क़त 9:1-17)