नेकी का पेड़ (तौरैत : यशायाह 61 )
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
नेकी का पेड़
तौरैत : यशायाह 61
अल्लाह रब्बुल अज़ीम ने अपनी ताक़त मुझ में फूँकी है।
अल्लाह ताअला ने मुझे चुना है
कि मैं परेशान लोगों को अच्छी ख़बर सुनाऊँ।
उसने मुझे टूटे दिल वालों को शिफ़ा देने के लिए भेजा है,
ईसा(अ.स) ने गुनाहों को माफ़ किया और बीमारों को शिफ़ा दी (इंजील : लुक़ास 5:17-26)
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बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
पेशनगोई सच हुई (इंजील : शागिर्दों के आमाल 1:3-14)
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
यूसुफ़(अ.स) का मिस्र का सफ़र (तौरैत : ख़िल्क़त 37:1-11, 18, 21-36)
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम