अल्लाह ताअला की सल्तनत की मिसाल (इंजील : मत्ता 20:1-34)
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
अल्लाह ताअला की सल्तनत की मिसाल
इंजील : मत्ता 20:1-34
[ईसा(अ.स) ने ये मिसाल इसलिए दी ताकि लोग अल्लाह ताअला की सल्तनत के बारे में समझ सकें:]
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
[ईसा(अ.स) ने ये मिसाल इसलिए दी ताकि लोग अल्लाह ताअला की सल्तनत के बारे में समझ सकें:]
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
“देखो मेरे ख़ादिम को, जिसकी मैं हिफ़ाज़त करता हूँ।
इसको मैंने चुना है और ये मुझे बहुत ख़ुशी देता है।
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम