अल्लाह ताअला की पनाह (ज़बूर 91)

बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम

अल्लाह ताअला की पनाह

ज़बूर 91

जो लोग अल्लाह रब्बुल अज़ीम की हिफ़ाज़त में रहते हैं,

तो वो लोग उसकी सल्तनत में सुकून से हैं।(1)

मैं अल्लाह से कहूँगा, “तू मेरी सलामती और पनाह की जगह है।

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