याक़ूब(अ.स) की औलादें मिस्र में बसती हैं (तौरैत : हिजरत 1:5-12, 22)

बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम

याक़ूब(अ.स) की औलादें मिस्र में बसती हैं

तौरैत : हिजरत 1:5-12, 22

याक़ूब(अ.स) की सत्तर औलादें मिस्र में आ गयी थीं और यूसुफ़(अ.स) पहले से ही वहाँ मौजूद थे।(5)

इन्साफ़ का दिन (इंजील : मत्ता 25:31-46)

बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम

इन्साफ़ का दिन

इंजील : मत्ता 25:31-46

[ईसा(अ.स) ने इन्साफ़ के दिन के बारे में बताया। उन्होंने कहा,] “आदमी का बेटा पूरे नूर और ताक़त के साथ लौटेगा। वो फ़रिश्तों के साथ वापस आएगा और अपने तख़्त पर बैठेगा।(31)

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