Iṅjeel

एक विधवा औरत (इंजील : लुक़ास 18:1-8)

बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम

एक विधवा औरत

इंजील : लुक़ास 18:1-8

ईसा(अ.स) ने लोगों को एक वाक़या सुनाया, ताकि लोग हमेशा इबादत करें और कभी मायूस ना हों।(1)

इन्साफ़ का दिन (इंजील : मत्ता 25:31-46)

बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम

इन्साफ़ का दिन

इंजील : मत्ता 25:31-46

[ईसा(अ.स) ने इन्साफ़ के दिन के बारे में बताया। उन्होंने कहा,] “आदमी का बेटा पूरे नूर और ताक़त के साथ लौटेगा। वो फ़रिश्तों के साथ वापस आएगा और अपने तख़्त पर बैठेगा।(31)

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