गुनाहगारों की मदद (इंजील : मत्ता 9:1-13, 35-38) और पढ़ना गुनाहगारों की मदद (इंजील : मत्ता 9:1-13, 35-38) के बारे में बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम गुनाहगारों की मदद इंजील : मत्ता 9:1-13, 35-38
कल की फ़िक्र मत करो (इंजील : मत्ता 6:19-34) और पढ़ना कल की फ़िक्र मत करो (इंजील : मत्ता 6:19-34) के बारे में बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
ईसा(अ.स) की आख़िरी दावत (इंजील : मत्ता 26:20-46) और पढ़ना ईसा(अ.स) की आख़िरी दावत (इंजील : मत्ता 26:20-46) के बारे में बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम