बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
तुम्हारे लिए क्या तय हुआ?
तौरैत : यरमियाह 29:11-13
अल्लाह रब्बुल अज़ीम ने कहा, “मैं जानता हूँ कि मैंने तुम्हारे लिए क्या तय किया है। मैं हमेशा तुम्हारी भलाई ही करता हूँ और तुम्हें कभी तकलीफ़ देना नहीं चाहता। मैं तुम्हें उम्मीद और एक अच्छा मुस्तक़बिल अता करूँगा।(11) तब तुम मेरा नाम पुकारोगे। मेरे क़रीब आ जाओगे और इबादत करोगे और मैं तुम्हारी दुआओं को सुनूँगा।(12) तुम मुझे ढूँढोगे। जब तुम सच्चे दिल से मेरी तलाश करोगे, तो तुम मुझे ढूँढ लोगे!”(13)