मेरा नेक ख़ादिम (तौरैत : यशायाह 53:1-12)
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
मेरा नेक ख़ादिम
तौरैत : यशायाह 53:1-12
[ये यशायाह(अ.स) ने अल्लाह ताअला के आने वाले मसीहा के बारे में बताया है:]
कौन हमारे पैग़ाम पर ईमान लाया?
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
[ये यशायाह(अ.स) ने अल्लाह ताअला के आने वाले मसीहा के बारे में बताया है:]
कौन हमारे पैग़ाम पर ईमान लाया?
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
आओ, तुम में से जो भी प्यासा है,
पानी के पास आओ;
और जिसके पास पैसे नहीं हैं,
वो लोग आओ और ख़रीद कर खाओ!
आओ, और आ कर अंगूर और दूध ख़रीदो।
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
अल्लाह रब्बुल अज़ीम ने अपनी ताक़त मुझ में फूँकी है।
अल्लाह ताअला ने मुझे चुना है
कि मैं परेशान लोगों को अच्छी ख़बर सुनाऊँ।
उसने मुझे टूटे दिल वालों को शिफ़ा देने के लिए भेजा है,
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
“देखो मेरे ख़ादिम को, जिसकी मैं हिफ़ाज़त करता हूँ।
इसको मैंने चुना है और ये मुझे बहुत ख़ुशी देता है।
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
[अल्लाह रब्बुल आलमीन का इरशाद है:]
बुलंद आवाज़ में फ़रियाद करो, जिस तरह से बिगुल से आवाज़ निकलती है।
जितना तेज़ हो सके उतना ज़ोर से फ़रियाद करो।