प्यार का अहद (तौरैत : इआदा 7:9-12, 8:1-5, 31:24-29) और पढ़ना प्यार का अहद (तौरैत : इआदा 7:9-12, 8:1-5, 31:24-29) के बारे में बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
मूसा(अ.स) ने क़ानून की किताबों को लिख कर पूरा किया (तौरैत : इआदा 31:24-29) और पढ़ना मूसा(अ.स) ने क़ानून की किताबों को लिख कर पूरा किया (तौरैत : इआदा 31:24-29) के बारे में बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
अल्लाह रब्बुल आलमीन से मोहब्बत करो (तौरैत : इआदा 6:1-25) और पढ़ना अल्लाह रब्बुल आलमीन से मोहब्बत करो (तौरैत : इआदा 6:1-25) के बारे में बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम